रविवार, 6 अप्रैल 2014
सबसे बहतर था हेल्वेटीका फोन्ट (Helvetica font)
जो लोग इंटरनेट और कोम्प्युटर टेकनोलोजी के साथ जुडे है वो सभी हेल्वेटीका फ्रोन्ट का उपयोग कर चुके है और इसके वारे मेँ थोड़ा वहुत जानते होगेँ। लुफतान्सा,माइक्रोसोफट,टोयोटो,जीप, और 3 एम् मेँ एक सामान्य वात यह हे कि इन सभी कंपानीओँ ने हेल्वेटीका फोन्ट का उपयोग किया । फोन्ट एक प्रकार कि पहचान हे, जैसे माइक्रोसोफ्ट् - विन्डोज कि एरीयल फोन्ट हे , इसी तरह टाइम्स अखबार नेँ स्वयं कि टाइम्स रोमन फोन्ट डेवलोप किया था । सेरीफ फोन्ट, कोपरप्लेट, गोपीक और फोक्स रोमन फोन्ट आदि पश्चिम के देशोँ मेँ तैयार किया गया था परंतु जब हेल्वेटिका आया सब बदल गया क्युँ कि इसमेँ पूरव के आईडिया भी लगे हुए थे और ये दुसरे फोन्ट से वहतर था । यह हेल्वेटीका फोन्ट स्विजरलेँड मेँ तैयार किया गया था , 1957 मेँ मेक्स् मेडीनीगर और एडवर्ड हॉकमेन के आईडिया से हेल्वेटीका बना था । जबकि लाइनवाला टाइप मशीन आया तब समाचार संस्था किस तरह फोन्ट का इस्तेमाल करेगेँ ये आईडिया माईक पार्कर नेँ दिया था । 1960 मेँ लाइन टाइप के लिये हेल्वेटीका तैयार किया गया था । गुटनवर्ग कि क्रांति के वाद प्रिन्टीँग टेकनोलोजी मेँ और सुधार आया । जब दो दशक पहले डेस्कटॉप पव्लीशीँग शुरु हुआ तब कोम्प्युटर सेकडो फोन्ट के साथ बेचा जाता था । उनदिनोँ वहु उपयोगी फोन्ट बनाने के लिये माइक पार्कर नेँ कोओर्डीनेशन किया था , फोन्ट द्वारा कलर कोम्प्युनिकेशन को भी संभव बनाया था । एसियाइ देशो मेँ फोन्ट डेवलप करने मेँ चीन सबसे आगे था । भारत मेँ भी तामिलनाड़ु दुसरे राज्योँ से वहतर था ।
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