गुरुवार, 20 फ़रवरी 2014
ऐसे जवाब सिर्फ माईक्रोसोफ्ट कंपनी वालेँ हीँ दे सकते है !
एक हेलिकोप्टर अमेरिका के सीटल शहर कि और उड़ान कर चुका था । अचानक हेलिकोप्टर कि नेविगेशन और संदेशव्यवहार सिस्टम खराब हो गया । उन दिनोँ अमेरिका मेँ गहरा कोहरा छाया हुआ था और शहर का एयरपोर्ट कहाँ हे यह पाईलट को पता न था । तब उसे नजदीक ही एक उंची ईमारत दिखाई दिया तो पायलट नेँ हेलिकोप्टर को ईमारत के नजदिक ले गया और कागज के एक पोस्टर पर जल्दी से लिखदिया "मेँ कहाँ हुँ ?" ये साईनवोर्ड उसनेँ हेलिकोप्टर के काँच पर लटका दिया । विल्डिँग के विन्डोँ से लोग सामने उड़रहे हेलिकोप्टर के पायलट का यह प्रश्न देखा और उन लोगोँ ने जवाव भेजा "तुम एक हेलिकोप्टर मेँ हो " । पायलट हसनेँ लगा । थोड़ी देर वाद हेलिकोप्टर ऐरपोर्ट पर ल्यांड़ कर गया । नीचे उतरने के वाद साथी पायलट नेँ मुख्य पायलट से पुछा तुम्हे कैसे ऐरपोर्ट की सही दिशा का पता चला ? पायलट नेँ जबाव दिया वो विल्ड़ींग माईक्रोसोफट कंपनी की थी यह मेँ जान गया था । क्युँ कि हर कम्युटर कंपनी के स्टाफ कि तरह इन लोगोँ नेँ मुझे टेकनिकली सच्चा पर व्यवहार मेँ बिन जरुरी जवाब भेजा था । मेँ तभी समझगया था कि ऐसे जवाब सिर्फ माईक्रोसोफट के लोग ही दे सकते हे । इस विल्ड़िंग के आधार पर मेनेँ ऐरपोर्ट का दिशा तैय किया था ।
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